इस साल 15 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में खिलेश्वरी देवांगन जी को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह क्षण न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।
मुख्य बिंदु (Key Points):
- खिलेश्वरी देवांगन अपनी मेहनत से लखपति दीदी बनीं, अब दिल्ली में विशेष अतिथि के रूप में होंगी शामिल।
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी, अनेक स्वरोज़गार गतिविधियों से अर्जित कर रही हैं लाखों की आय।
लखपति दीदी खिलेश्वरी की मेहनत का मिलेगा राष्ट्रीय मंच
बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम गब्दी की खिलेश्वरी देवांगन ने अपनी मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति से आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम की है। दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ से जुड़कर उन्होंने मुर्गीपालन, मछलीपालन, किराना दुकान और फैन्सी स्टोर जैसी गतिविधियों से लाखों रुपये की वार्षिक आय अर्जित की। यही वजह है कि आज उन्हें “लखपति दीदी” के नाम से जाना जाता है।
सफलता की यात्रा और प्रेरणा
- प्रारंभ में उनका परिवार कृषि मजदूरी पर निर्भर था, लेकिन बिहान योजना से जुड़ने के बाद उन्होंने महिलाओं के संगठन बनाए और वित्तीय साक्षरता सामुदायिक स्रोत व्यक्ति के रूप में कार्य किया।
- उन्होंने अब तक क्षेत्र के महिला समूहों को ₹2 करोड़ से अधिक बैंक ऋण दिलाने में सहयोग किया और मासिक मानदेय के साथ कई स्वरोज़गार गतिविधियां शुरू कीं।
सरकार और प्रशासन को धन्यवाद
खिलेश्वरी ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय सरकार और जिला प्रशासन बालोद को दिया। उन्होंने कहा कि योजनाओं ने उन्हें न सिर्फ आत्मविश्वास दिया, बल्कि संसाधन भी उपलब्ध कराए, जिससे वह खुद के साथ-साथ अन्य ग्रामीण महिलाओं के जीवन में भी बदलाव ला सकीं।